Pages

Saturday, 30 July 2016

BOX OFFICE: 'ढ़िशूम' को मिली अच्छी ओपेनिंग, पहले दिन कमाए 11 करोड़

BOX OFFICE: 'ढ़िशूम' को मिली अच्छी ओपेनिंग, पहले दिन कमाए 11 करोड़

BOX OFFICE: 'ढ़िशूम' को मिली अच्छी ओपेनिंग, पहले दिन कमाए 11 करोड़
Jamshedpur: बॉलीवुड अभिनेता जॉन अब्राहम, वरूण धवन और जैकलीन फर्नांडिस की फिल्म ‘ढ़िशूम’ ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की है. इस फिल्म ने पहले दिन कुल 11.05 करोड़ कमाए हैं. मार्केट एनालिस्ट तरण आदर्श ने ट्वीट करके ये जानकारी दी है.
bo
इस तरह ये फिल्म साल 2016 में पहले दिन ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में नंबर 6 पर काबिज हो गई है. पहले दिन ज्यादा कमाई का रिकॉर्ड ‘सुल्तान’ (36 करोड़) के पास है, दूसरे नंबर पर ‘फैन’ (19.20 करोड़) तीसरे नंबर पर ‘हाउसफुल 3’ (15.21 करोड़), चौथे नंबर पर ‘एयरलिफ्ट’ (12.35 करोड़), पांचवे पर ‘बागी’ (11.94 करोड़), छठें पर ‘ढिशूम’ (11.05) और सातवें पर ‘उड़ता पंजाब’ है.
bo2
आपको बता दें कि समीक्षकों के मुताबिक फिल्म की कहानी में दम नहीं है लेकिन अरेबियन नाइट्स सरीखे लोकेशन्स, बैकग्राउंड में चलता गाना और हास्य परोसती पंच लाइन्स फिल्म को बांधे रखती है.
फिल्म समीक्षा पढ़ें
फिल्म में क्रिकेट के प्रति दीवानगी को भुनाने की पूरी कोशिश की गई है. भारत और पाकिस्तान के मैच से ठीक दो दिन पहले विराट कोहली या सचिन की तर्ज पर बुने गए किरदार यानी भारत के सबसे दमदार खिलाड़ी विराज शर्मा (साकिब सलीम) का अपहरण हो जाता है और भारतीय स्पेशल टास्क फोर्स के अधिकारी के रूप में जॉन अब्राहम ( कबीर सहगल) और मध्यपूर्व पुलिस फोर्स के नाकाबिल समझे जाने वाले अधिकारी वरुण धवन (जुनैद अंसारी) को उसे मैच से पहले ही खोज निकालने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है.
जॉन एक सख्त या फिल्म की अभिनेत्री की भाषा में कहें तो सडू पुलिस अधिकारी की भूमिका के साथ न्याय करते नजर आते हैं. वरुण को एक खोटे सिक्के की तरह पेश किया गया है, लेकिन ऐसा सिक्का जो चल निकलता है और मध्य पूर्व पुलिस के अधिकारी कहानी के प्लॉट को आगे बढ़ाते हुए तुक्के से ही सही खोजबीन को भी आगे ले जाता है. इसमें उसकी मदद करता है उसका कुत्ता ब्रैडमैन. वरुण की कॉमिक टाइमिंग शानदार है.
जहां इन दिनों ‘बाजीराव मस्तानी’ और ‘कहानी’ सरीखी फिल्मों में अभिनेत्रियों के लिए कथानक में काफी गुंजाइश रखी जाती है, ढिशूम इस लिहाज से निराश करती है.
dishoom-poster-759
एक चोरनी के किरदार में नजर आईं जकैलिन फर्नाडिस के पास एक आइटम सॉन्ग और हीरो को लुभाने के अलावा ज्यादा कुछ करने को नहीं है. फिल्म अगर दिमाग लगाए बिना केवल मनोरंजन के लिहाज से देखना चाहें तो फिल्म देखने जरूर जाएं. कलाकारों के बीच अच्छा तालमेल हास्य दश्यों को मजेदार बनाता है.
विलेन वाघा के रूप में अक्षय खन्ना ने लंबे समय बाद वापसी की है. हालांकि उनके अभिनय में दम नजर आया, लेकिन विलेन के रूप में उनके किरदार में नएपन की कमी जरूर खलती है. फिल्म में अक्षय कुमार एक छोटे, लेकिन अलग किरदार में नजर आते हैं. पहली बार एक समलिंगी सरीखे किरदार में बालों का जूड़ा बनाए फिल्म के दोनों अभिनेताओं को लुभाने की कोशिश करते वे चौंका देते हैं.
सुषमा स्वराज के रूप में गढ़ा गया मोना अंबेगांवकर का किरदार प्रभाव छोड़ता है. मोना जितनी देर भी पर्दे पर रहती हैं, बेहतरीन नजर आती हैं. अभिजीत वघानी का बैकग्राउंड म्युजिक लुभाता है और प्रीतम का गाना ‘सौ तरह के ..’ फिल्म को दम देता है. मनोरंजन परोसने के चक्कर में फिल्म की कहानी में थ्रिल अपना असर खोता नजर आया. अयानंका बोस की सिनेमाटोग्राफी ऊंचे दर्जे की है. फिल्म का दम यही है कि कमियों के बावजूद यह मनोरंजन करने में कामयाब है.

No comments:

Post a Comment